Wednesday 21 January 2015

JAB VO SCHOOL JA RAHA THA

जब  वों स्कूल  जा रहा था। 
किताबो से पूछता, 
स्वं को टटोलता ,
कुछ आस लिए ,
कुछ अरमान लिए ,
वो स्कूल जा रहा था।
न जाने किस भार को ,
सत्य की पुकार को ,
कुछ गहराई में सोचता ,
धरती ओर देखता ,
वो स्कूल  जा रहा था। 
किन किन के अरमान लिए ,
कुछ ज्ञान लिए ,
शांत मूल होता ,
शायद विश्वास ढूंढता ,
वो स्कूल  जा रहा था।


    

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